NCERT_Science_Class_6_Chapter_12

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अभ्यास

1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(क) एक युक्ति जो परिपथ को तोड़ने के लिए उपयोग की जाती है, स्विच कहलाती है।

(ख) एक विद्युत-सेल में दो टर्मिनल होते हैं।

2. निम्नलिखित कथनों पर ‘सही’ या ‘गलत’ का चिह्न लगाइए।

(क) विद्युत्-धारा धातुओं से होकर प्रवाहित हो सकती है।  (✓)

(ख) विद्युत्-परिपथ बनाने के लिए धातु के तारों के स्थान पर जूट की डोरी प्रयुक्त की जा सकती है।  (×)

(ग) विद्युत-धारा थर्मोकोल की शीट से होकर प्रवाहित हो सकती है।  (×)

3. व्याख्या कीजिए कि चित्र 12.13 में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्ब क्यों नहीं दीप्तिमान होता है?

उत्तर-

चित्र 12.13

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दिए गए परिपथ में बल्ब के एक तार का सिरा विद्युत् सेल के एक टर्मिनल से जुड़ा है जबकि दुसरे तार का सिरा टेस्टर होल्डर के विद्युत रोधक वाले भाग से जुड़ा है। इस कारण परिपथ पूरा नहीं होता और बल्ब दीप्तमान नहीं होता है।

4. चित्र 12.14 में दर्शाए गए आरेख को पूरा कीजिए और बताइए कि बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को किस प्रकार जोड़ना चाहिए?

उत्तर

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बल्ब को दीप्तमान करने के लिए स्वतंत्र तार के एक सिरे को विद्युत्-

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सेल के एक टर्मिनल से तथा दूसरे सिरे को बल्ब के एक टर्मिनल  जोड़ना चाहिए।

5. विद्युत्-स्विच को उपयोग करने का क्या प्रयोजन है? कुछ विद्युत्-साधित्रों के नाम बताइए जिनमें स्विच उनके अंदर ही निर्मित होते हैं।

उत्तर-

स्विच की मदद से बल्ब, पंखा, कूलर, टेलीविजन आदि विद्युत् उपकरणों को ‘आन’ ‘आफ’ करना बहुत आसान हो जाता है।

चित्र 12.14 में सुरक्षा पिन की जगह यदि रबड़ लगा दें तो क्या बल्ब दीप्तिमान होगा?

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7. क्या चित्र 12.15 में दिखाए गए परिपथ में बल्ब दीप्तिमान होगा?

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उत्तर-

दिखाए गए चित्र में परिपथ पूरा है। इसलिए बल्ब दीप्तिमान होगा।

8. वस्तु के साथ ‘‘चालक-परीक्षित्र’’ का उपयोग करके यह देखा गया कि बल्ब दीप्तिमान होता है। क्या इस वस्तु का पदार्थ विद्युत्-चालक है या विद्युत्-रोधक? व्याख्या कीजिए।

उत्तर-

बल्ब दीप्तिमान होता है। इसका तात्पर्य यह है कि इस वस्तु का पदार्थ विद्युत्-चालक है। यदि विद्युत्-रोधक होता तो बल्ब नहीं जलता।

9. आपके घर में स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत्-मिस्तरी रबड़ के दस्ताने क्यों पहनता है? व्याख्या कीजिए।

उत्तर-

रबड़ के दस्ताने विद्युत के कुचालक होते हैं जिसके कारण इन्हें पहनने से विद्युत का झटका नहीं लगता है। इसलिए घर में स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत्-मिस्तरी रबड़ के दस्ताने को पहनता है।

10. विद्युत्-मिस्तरी द्वारा उपयोग किए जाने वाले औज़ार, जैसे- पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्रायः प्लास्टिक या रबड़ के आवरण चढ़े होते हैं। क्या आप इसका कारण समझा सकते हैं?

उत्तर-

पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्रायः प्लास्टिक या रबड़ के आवरण चढ़े होते हैं जो विद्युत के कुचालक होते हैं। विद्युत कार्य करते समय ये आवरण हमें विद्युत के झटके से बचाते हैं।

 

 

 

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